फ़ासले मिटा कर आपस मैं प्यार रखना,.
दोस्ती का ये रिश्ता हमेशा बरकरार रखना,
बिछड़ जाए कभी आपसे हम,
आँखों मैं हमेशा हमारा इंतज़ार रखना…
नज़रें मेरी कहीं तक ना जायें,
बेवफा तेरा इंतेज़ार करते करते,
यह जान यूँ ही निकल ना जाए,
तुम से इश्क़ का इज़हार करते करते…
चाहत पर अब एतबार ना रहा,
खुशी क्या है यह एहसास ना रहा,
देखा है इन आँखो ने टूटे सपनो को,
इसलिए अब किसी का इंतेज़ार ना रहा…
तेरे इंतज़ार का ये आलम है,
तड़प्ता है दिल आखें भी नम है,
तेरी आरज़ू में जी रहे है,
वरना जीने की ख्वाहिश कम है…
अब हमसे इंतेज़ार नही होता…
इतना महेंगा तो किसी का प्यार नही होता…
हम जिसके लिए हुए रुसवा ज़माने मे…
वो अब बात करने को भी तैयार नही होता…
किसी के दीदार को तरसता है
किसी के इंतेज़ार मे तडपता है
ये दिल भी अजीब चीज़ है
जो होता है खुद का मगर किसी और के लिए धड़कता है
.
कौन है यहाँ जो अब मुझपे एतबार करता है
मेरा अक्स मुझे पहचानने से इनकार करता है
खंजर लिए हाथों में खड़ा है दर्द मेरा
वो मेरे क़त्ल के लिए मेरा इंतेज़ार करता है
Dard bhari intezaar hindi shayari 2019
दर्द से हाथ न मिलाते तो और क्या करते,
गम में आंसू न बहते तो और क्या करते,
उसने मांगी थी हमसे रौशनी की दुआ,
हम अपना दिल न जलाते तो और क्या करते
कोई मिलता ही नहीं हमसे हमारा बनकर,
वो मिले भी तो एक किनारा बनकर,
हर ख्वाब टूट के बिखरा काँच की तरह,
बस एक इंतज़ार है साथ सहारा बनकर..
उसकी यादों को किसी कोने में छुपा नहीं सकता,
उसके चेहरे की मुस्कान कभी भुला नहीं सकता,
मेरा बस चलता तो उसकी हर याद को भूल जाता,
लेकिन इस टूटे दिल को मैं समझा नहीं सकता..
तू जो नहीं तो बिन तेरे शामें उदास हैं,
ढूंढें तुझे कहाँ कहाँ आँखें उदास हैं ,
इक चाँद ही नहीं है जो पूछे तेरा पता,
देखा नहीं है जो तुझे मेरी राहें उदास हैं..
काश यह जालिम जुदाई न होती,
ऐ खुदा तूने यह चीज़ बनायीं न होती,
न हम उनसे मिलते न प्यार होता,
ज़िन्दगी जो अपनी थी वो परायी न होती
काश कोई करता प्यार हमसे इतना,
कि मरने के बाद भी ख्वाबों मे आया करते,
जब गिरते आंखों से हमारे आंसू,
तो वो भी साथ मे रोया करते.
ग़म नहीं ये कि क़सम अपनी भुलाई तुमने,
ग़म तो ये है कि रकीबों से निभाई तुमने,
कोई रंजिश थी अगर तुमको तो मुझसे कहते,
बात आपस की थी क्यूँ सब को बताई तुमने..
बहुत चाहा उसको जिसे हम पा न सके,
ख्यालों में किसी और को ला न सके,
उसको देख के आंसू तो पोंछ लिए,
लेकिन किसी और को देख के मुस्कुरा न सके..
इस अजनबी दुनिया में अकेली ख्वाब हूँ मैं,
सवालो से खफा छोटी सी जवाब हूँ मैं,
आँख से देखोगे तो खुश पाओगे,
दिल से पूछोगे तो दर्द की सैलाब हूँ मैं..
आसुओ को पलकों में लाया न कीजिये,
दिल की बात हर किसी को बताया न कीजिये,
मुट्ठी में नमक लेकर गुमते है लोग,
अपने ज़ख़्म हर किसी को दिखाया न कीजिये..
बेगानों से गुजर जाते है कोई बात नहीं होती,
हम उनसे रोज मिलते हैं मगर मुलाक़ात नहीं होती,
सूखे बंजर खेत जैसी जिंदगी बेहाल है,
घटाएं घिर तो आती है मगर बरसात नहीं होती..
जिनकी याद में हम दीवाने हो गए,
वो हम ही से बेगाने हो गए,
शायद उन्हें तालाश है अब नये प्यार की,
क्यूंकि उनकी नज़र में हम पुराने हो गए..
तेरा ख़याल तेरी आरजू न गयी,
मेरे दिल से तेरी जुस्तजू न गयी,
इश्क में सब कुछ लुटा दिया हँसकर मैंने,
मगर तेरे प्यार की आरजू न गयी..
बादल गरजा पर बरसात नहीं आई
दिल धड़का पर आवाज नहीं आई
बिना हिचकियाँ ही गुजर गये कई दिन
क्या एक पल भी तुम्हे मेरी याद नहीं आई ||